आपका एक बार फिर से हमारे हिंदी ब्लॉग (Hindi articles) पर स्वागत है। आजकल एक शब्द काफी चलन/चर्चा में आया है, #GDPR (General Data Protection Regulation). आपको पता है क्या होता है ये ? आईये जानते है GDPR के बारे में। Complete जानकारी देने की पूरी कोसिस करेंगे वो भी आपके और हमारे मात्र भाषा हिंदी में, और सरल शब्दों में। इस लेख को पूरा निचे तक पढ़े ताकि आपके mind के लगभग सभी सवाल(Question) के जवाब(Answer) आसान और सरल शब्दों में बताएँगे।
आज आपको यह पोस्ट पढ़कर पता चलेगा कि-
- GDPR क्या है ?
- GDPR से हमारे ब्लॉग या साइट पर क्या प्रभाव पर सकता है ?
- इसके Rule & Terms क्या है ?
- GDPR के नियम नहीं मानने पर क्या हो सकता है ?
- GDPR से सम्बंधित कुछ सवाल जवाब (Question Answer).
ये कुछ topics है जो की इस पोस्ट में कवर करेंगे और सही सही जानेंगे इसके बारे में ताकि हमारा कही पर Doubt न रहे इस GDPR के बारे में।
GDPR क्या है ?
GDPR एक प्रकार की Policy ओर LAW है जो की European country के लोगो के लिए बनाया गया है। यह European नागरिको के डाटा की प्रोटेक्शन के लिए बनाया गया एक कानून है जो की सभी company को माननी पड़ेगी। हाल ही में बहुत सी बाते अपने सुनी होगी की बहुत सी कम्पनिया अपने users के डाटा को ट्रैक कर उसे बेच रहे है जिसमे एक फेसबुक जैसे बड़ी कंपनी भी शामिल है।
GDPR का मतलब जनरल डाटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन [General Data Protection Regulation] होता है।
law of European में European Commission के द्वारा एक 28 सदस्य दल का डाटा अऔर यूरोपियन सिटीजन डाटा प्रोटेक्शन के बारे में बात किया गया था। इस कानून में यह जानने का अधिकार दिया जाता है कि यूरोप के पब्लिक का कोई भी पर्सनल डाटा कोई भी कहां यूज करता है, इसका गठन 24 अप्रैल 2016 को हुआ था उसके बाद 1995 EC Directive On Data Protection, 25 मई 2018 को लागू किया गया जिसको 2 साल की वैधता घोसित किया गया है।
इसके Rule & Terms क्या है ?
अगर आपके पास कोई Website है या Blog है तो आप इसके बारे में जरुर जानते होंगे, कि कुछ दिनों से आपके साइट पर एक मैसेज आ रहा है
NOTE: This Image For Blogspot users.
वह यूरोपियन यूनियन का Massage होता कि आपके पास जितने भी पर्सनल डाटा है, वह आप कहां यूज़ करते हैं वह आपको प्राइवेसी पॉलिसी {Privacy Policy} पेज में बताना होगा। यही नियम EC Derective On Data Protection का है।
इसके बारे में हम आपको और बताते हैं..इससे हमारे साइट पर या वेबसाइट पर यह फर्क पड़ेगा.
- Amazon
- Flipkart
- शॉपक्लूज जैसे कोई आपका साइट है।
- या फिर Quikr, OLX के जैसे कोई आपका साइट है
- अगर आपने अपने साइट पर न्यूज़लेटर लगाया हुआ है तो आप उसका डाटा का यूज़ कहां करते हैं।
- अगर आप Google Analytics यूज़ करते हैं तो आप उसका डाटा कहां यूज करते हैं।
आपको यह प्राइवेसी पॉलिसी में बताना होगा कि आप को जो भी डाटा कलेक्ट होता है, किसी भी यूजर का वेबसाइट पर तो वह डाटा आप कहां यूज करते हैं और आप किस तरह से उस डाटा को प्रोटेक्ट करते हैं।
इसी नियम को यूरोपियन कमीशन के द्वारा 24 अप्रैल 2016 को लागू किया गया था।
उसमें संशोधन करके 25 मई 2018 से इसको लागू किया गया जो यूरोप में नहीं सभी देश में भी और पूरे जहां-जहां इंटरनेट चलता है वहां से इस तरह का डाटा कलेक्ट किया जा रहा है कि आप जो भी डाटा Costmor से लेते हैं।
उनका क्या यूज करते हैं और कैसे यूज करते हैं
हम आपको यह बताते हैं कि पहले के समय में और अभी के समय में इससे क्या फर्क पड़ा है।
सबसे पहले यह पढ़ा है कि आए दिन जिस तरह से आप सुनते रहते हैं कि डाटा गड़बड़ हो गया हैक कर लिया चोरी हो गया।तो इस तरह की घटनाएं अब आपके साथ नहीं होगी आप पहले से ज्यादा सिक्योर होंगे क्योंकि
- अगर कोई बैंक या किसी और जगह पर आप अपना डाटा देते हैं तो
- आपको यह जानने का पूरा अधिकार रहता है कि आपका डाटा कहां-कहां यूज़ किया जा रहा है और
- अगर किसी तरह का मिस यूज़ हो रहा है तो
- आप उस पर GDPR के तहत EC सिटीजन लॉ ऑफ यूरोपियन के माध्यम से आप उस पर कानूनी कार्रवाई भी कर सकते हैं
- अगर आप कोई बाइक लेते हैं तो आप जो डाटा देते हैं...वह डाटा कहां यूज़ होता है यह भी आप जान सकते हैं
यह सिर्फ एक उदाहरण है आप हर उस जगह पर या पता लगा सकते हैं कि आपके डेटा का क्या उपयोग हो रहा है जहां आपका डाटा कलेक्ट कर के रखा हुआ हो।
हम आपको हम बताएंगे की GDPR का फायदा क्या है
- GDPR का फायदा यह है कि सबसे पहले खुद आपको फायदा होगा और आपको यह पता चलेगा कि आपका डाटा किस जगह और कैसे यूज़ हो रहा है।
- आप अगर कोई बिजनेस करते हैं तो आपका कस्टमर आपके साथ सही और सत्य तरीके से आपके पास आएगा क्योंकि उन्हें पता है कि आप उनका डाटा सिक्योर रखते हैं।
- आपके पास अगर किसी तरह का कोई भी डाटा है। तो भी आप उसका दुरुपयोग नहीं कर सकते हैं और यह आपके बिजनेस के लिए फायदा है और आप से जुड़े हुए लोगों को भी आप से फायदा है
- अगर आपका डाटा साइबर सिक्योरिटी के पास है तो साइबर सिक्योरिटी को भी फायदा है कि आपका डाटा वहां भी सिक्योर रहेगा।
- personal data protection रहने से आपका इन्वेस्टमेंट इनक्रीस होगा, आपका लोग आपके बिजनेस में पैसा लगा सकते हैं, क्योंकि उन्हें यह भरोसा रहेगा कि आप उनके डाटा और का दुरुपयोग नहीं कर सकते हैं।
GDPR का उलंग्गन करने पर किया होगा ?
आप EC यूरोपियन के नियम को नहीं मानते हैं तो आपको 20 मिलियन तक का जुड़वाना जुर्माना भरना पड़ सकता है अगर आप छोटे-मोटे बिजनेस करते हैं, और व्यापारी हैं तो जुर्माना राशि कम या ज्यादा हो सकता है।
भारत पर इसका असर क्या है ?
भारत में भी ऐसे बहुत सी कंपनियहै जो एउरोपियन कंट्री से साथ व्यापर कर रही है, उन पर इसका असर हो सकता है. मसलन यदि किसी वेबसाइट का यूजर यूरोप से ऑपरेट कर रहा है तो ऐसे में भारतीय कम्पनियों को अपने नियमों एवं शर्तों में बदलाव करना होगा.
और उन्हें साफ साफ ईमेल, नोटिफिकेशन द्वारा शुचित करना होगा। अथवा penalty का भुगतान करना पद सकता है।
#Some Question/Answers About GDPR For Indians ?
Question 1. क्या हम हिंदी ब्लॉगर को अपनी privacy policy Update करनी पड़ेगी ?
Answer . हाँ , अगर आपके ब्लॉग/वेबसाइट में European country से ट्रैफिक है तो आपको करना पड़ेगा। यदि नहीं , कोई परेशानी नहीं।
Question 2. वेबसाइट/ब्लॉग के लिए privacy policy कहाँ से बनाएं ?
Answer. इस वेबसाइट( https://www.freeprivacypolicy.com/ ) से आप फ्री में बना सकते है privacy policy.
Question 3. GDPR किस country के लिए लागु के लिए लागु हुआ है ?
Answer. Europeans Country
Question 4. ब्लॉगर में cookies कैसे install करे ?
Answer . आप (https://cookieconsent.insites.com) के मदद से कूकीज install कर सकते है।
GDPR को और भी बेहतर समझने के लिए इस वीडियो को भी देखे।
आपको यह पोस्ट पढ़कर कैसा लगा हमें जरूर बताइएगा और अगर आपको किसी और तरह की जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं हम कमेंट का रिप्लाई करके आपके सभी क्वेश्चन का आंसर देने का कोशिश करेंगे तब तक के लिए धन्यवाद आप हमारे साथ बने रहे एंड कीप विजिटिंग।।।